nistaar by Nidhi paralikar
हेलो दोस्तों आप सब कैसे हैं आज हम आपके लिए लेकर आए हैं निस्तार निधि परालीकर जी की बुक।
. ❤️ "निस्तार " निधी परालीकर की पहली रचना है जो 20 + कविताओं का संग्रह है। जो कि हिंदी , उर्दू भाषाओं का मिश्रण है।
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🍁 कविता में मधुरता के भाव के साथ साथ दिल टूटने व विरह का भाव भी है।
.🍁 कविता में हिंदी के साथ उर्दू शब्दों का भी बहुत ही सुंदर प्रयोग है।
.🍁 महादेवी वर्मा धर्मवीर भारती आदि कवियों की रचना में जो गहराइयां पाई जाती है वह गहराई इन कविताओं में भी विद्यमान है।
.🍁 कविता के भाव सजीव रूप से ज़हन में उजागर होते हैं।
.🍁 कविता का चित्रण बहुत ही सुंदर ढंग से किया गया है कविताओं में कुछ कविता शाम और तेरा एहसास, बंजर , खंडहर आदि कविताएं मुझे बहुत पसंद आई क्योंकि इनके शब्दों में बहुत गहराई है।
.✨कुछ पंक्तियां –
मेरे दिल के कुछ हिस्से टूट कर
बिछड़े थे एक अरसा पहले
कल रात लौट आए थे वह
अपना पुराना मकान देखने...।
.🍁 कविता हिंदी और हिंदी -अंग्रेजी भाषा में लिखित है जो पाठकों के लिए मददगार हैं।
.🍁 कविताओं में मधुरता और गहराई विद्यमान है मुझे यह किताब बहुत अच्छी लगी क्योंकि इसके शब्दों में बहुत गहराई है, एक सजीव विश्वास है।
.🍁 🙏मैं सभी पाठकों को इसे पढ़ने का सलाह दूंगी क्योंकि इस कविता के शब्दों में ऐसी गहराई है जो कविता को बार-बार पढ़ने के लिए आकर्षित करती है।
.❤️ पुस्तक का कवर सुंदर सरल और आकर्षक है।
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